Sdev bdo ki batt mano
एक ब ा र ए क जग़ल म े ए क ब क र ी ओ र म े म न ा र ह त े थ े। ए क ि द न म ों स म ब ह ु त स ुह ा न ा ह ो र ह ा थ ा म े म न ा को हरी -हरी घास पर इधर -उधर घूमने में बड़ा मजा आ रहा था।
मेमना बहुत सेठान था। पहले तो वह बकरी के आस -पास उछल -कूद कर रहा था,लेकिन अब उसको जंगल में दूर तक जाने की इच्छा हो रही थी। वह दूर जाने लगा तो बकरी ने उससे कहा ," दूर मत जाओ नहीं तो जंगल में भटक जओगे। " लेकिन मेमने ने बकरी की बात नहीं मानी और चुपचाप नजरे बचाकर
दूर निकल गया। मेमने ने मन में सोचा कि वह थोड़ी देर खेलकर वापस आ जाएगा। लेकिन वह खेलते -खेलते जंगल में बहुत दूर निकल गया और उसे वापस आने का रास्ता तक याद नहीं रहा। उसे जंगल में भटकते -भटकते शाम हो गई।
मेमना भूख -पियास से बेहाल होकर मिमियाने लगा , तभी वहा पर घूमते हुए एक भूखे भेड़िये की नजर उस पर पड़ी। मेमने को देखकर भेड़िये की आँखो में चमक आ गई।
भेड़िये ने तीन दिनों से कुछ नहीं खाया था, एसलिए मेमने को देखकर उसने सोचो कि आज तो
बहुत अच्छा शिकार मिला है। आज मैं पेट भरकर खाऊँगा।
भेड़िया तेजी से मेमने पर झपटा और उसने मेमने को पकड़ लिया और मारकर खा
लिया।
मेमना बहुत सेठान था। पहले तो वह बकरी के आस -पास उछल -कूद कर रहा था,लेकिन अब उसको जंगल में दूर तक जाने की इच्छा हो रही थी। वह दूर जाने लगा तो बकरी ने उससे कहा ," दूर मत जाओ नहीं तो जंगल में भटक जओगे। " लेकिन मेमने ने बकरी की बात नहीं मानी और चुपचाप नजरे बचाकर
दूर निकल गया। मेमने ने मन में सोचा कि वह थोड़ी देर खेलकर वापस आ जाएगा। लेकिन वह खेलते -खेलते जंगल में बहुत दूर निकल गया और उसे वापस आने का रास्ता तक याद नहीं रहा। उसे जंगल में भटकते -भटकते शाम हो गई।
मेमना भूख -पियास से बेहाल होकर मिमियाने लगा , तभी वहा पर घूमते हुए एक भूखे भेड़िये की नजर उस पर पड़ी। मेमने को देखकर भेड़िये की आँखो में चमक आ गई।
भेड़िये ने तीन दिनों से कुछ नहीं खाया था, एसलिए मेमने को देखकर उसने सोचो कि आज तो
बहुत अच्छा शिकार मिला है। आज मैं पेट भरकर खाऊँगा।
भेड़िया तेजी से मेमने पर झपटा और उसने मेमने को पकड़ लिया और मारकर खा
लिया।
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